माँ शैलपुत्री देवी स्तोत्र

!! ध्यान !!
 
 
 
वंदे वांच्छितलाभायाचंद्रार्धकृतशेखराम्।
 
वृषारूढांशूलधरांशैलपुत्रीयशस्विनीम्॥
 
 
पूणेंदुनिभांगौरी मूलाधार स्थितांप्रथम दुर्गा त्रिनेत्रा।
 
पटांबरपरिधानांरत्नकिरीटांनानालंकारभूषिता॥
 
 
प्रफुल्ल वदनांपल्लवाधरांकांतकपोलांतुंग कुचाम्।
 
कमनीयांलावण्यांस्मेरमुखीक्षीणमध्यांनितंबनीम्॥
 
 
 
प्रथम दुर्गा त्वहिभवसागर तारणीम्।
 
धन ऐश्वर्य दायिनी शैलपुत्रीप्रणमाभ्यहम्॥
 
 
त्रिलोकजननींत्वंहिपरमानंद प्रदीयनाम्।
 
सौभाग्यारोग्यदायनीशैलपुत्रीप्रणमाभ्यहम्॥
 
 
चराचरेश्वरीत्वंहिमहामोह विनाशिन।
 
भुक्ति, मुक्ति दायनी,शैलपुत्रीप्रणमाभ्यहम्॥
 
 
चराचरेश्वरीत्वंहिमहामोह विनाशिन।
 
भुक्ति, मुक्ति दायिनी शैलपुत्रीप्रणमाभ्यहम् ॥ 
 
Shailputri Devi Stotram माँ शैलपुत्री देवी स्तोत्र
 

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