गणेश स्तुति Gaiye Ganpati Jagvandan

श्लोक
 
ॐ गजाननं भूंतागणाधि सेवितम्, कपित्थजम्बू फलचारु भक्षणम्।
उमासुतम् शोक विनाश कारकम्, नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम्॥
 
 
गाइये गनपति जगबंदन।
संकर-सुवन भवानी नंदन ॥ 1 ॥
 
गाइये गनपति जगबंदन।
 
सिद्धि-सदन, गज बदन, बिनायक।
कृपा-सिंधु, सुंदर सब-लायक ॥ 2 ॥
 
गाइये गनपति जगबंदन।
 
मोदक-प्रिय, मुद-मंगल-दाता।
बिद्या-बारिधि, बुद्धि बिधाता ॥ 3 ॥
 
गाइये गनपति जगबंदन।
 
मांगत तुलसिदास कर जोरे।
बसहिं रामसिय मानस मोरे ॥ 4 ॥
 
गाइये गनपति जगबंदन।

 

श्री गणेश स्तुति
श्री गणेश स्तुति

Ganesh Stuti PDF



FAQ

  1. Q.1 गणेश स्तुति क्या है?

    गणेश स्तुति एक प्रार्थना या भजन है जो ज्ञान और नई शुरुआत के हिंदू देवता भगवान गणेश को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि गणेश स्तुति का पाठ करने से आशीर्वाद मिलता है और किसी भी मार्ग से बाधाएं दूर होती है।

  2. Q.2 गणेश स्तुति कितने प्रकार की होती है?

    गणेश स्तुति के कई प्रकार हैं, जिनमें वक्रतुंड महाकाय, गणेश पंचरत्नम, सिद्धि विनायक स्तोत्रम और बहुत कुछ शामिल हैं। प्रत्येक स्तुति के अपने अनूठे छंद और मंत्र हैं।

  3. Q.3 गणेश स्तुति का पाठ कब करना चाहिए?

    गणेश स्तुति का पाठ किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन नए काम की शुरुआत में इसका पाठ करना विशेष रूप से शुभ होता है, जैसे कि एक नया काम शुरू करना, नए घर में जाना या एक नई परियोजना शुरू करना। यह आमतौर पर महत्वपूर्ण घटनाओं या समारोहों, जैसे शादियों या परीक्षाओं से पहले भी किया जाता है।

  4. Q.4 गणेश स्तुति का पाठ करने के क्या लाभ हैं?

    गणेश स्तुति का पाठ करने से कई लाभ मिलते हैं, जैसे कि गणेश जी को विगनहर्ता के रूप में जाना जाता है तो इसलिए किसी के मार्ग से बाधाएं दूर हो जाती हैं, बुद्धि और ज्ञान में सुधार होता है, समृद्धि और धन में वृद्धि होती है, और सौभाग्य और सफलता मिलती है।

  5. Q.5 क्या कोई गणेश स्तुति का पाठ कर सकता है?

    हां, कोई भी स्त्री या पुरुष , बच्चा या बूढ़ा, कोई भी जाति या धर्म की परवाह किए बिना गणेश स्तुति का पाठ कर सकता है। यह एक सार्वभौमिक प्रार्थना है जो उन सभी के लिए है जो भगवान गणेश का आशीर्वाद चाहते हैं।

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