बृहस्पति स्तोत्र
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पीताम्बर: पीतवपु: किरीटी, चतुर्भुजो देवगुरु: प्रशान्त: ।
दधाति दण्डं च कमण्डलुं च, तथाक्षसूत्रं वरदोsस्तु मह्यम ।।1।।
नम: सुरेन्द्रवन्द्याय देवाचार्याय ते नम: ।
नमस्त्वनन्तसामर्थ्यं देवासिद्धान्तपारग ।।2।।
सदानन्द नमस्तेस्तु नम: पीडाहराय च ।
नमो वाचस्पते तुभ्यं नमस्ते पीतवाससे ।।3।।
नमोsद्वितीयरूपाय लम्बकूर्चाय ते नम: ।
नम: प्रह्रष्टनेत्राय विप्राणां पतये नम: ।।4।।
नमो भार्गवशिष्याय विपन्नहितकारक: ।
नमस्ते सुरसैन्याय विपन्नत्राणहेतवे ।।5।।
विषमस्थस्तथा नृणां सर्वकष्टप्रणाशनम ।
प्रत्यहं तु पठेद्यो वै तस्य कामफलप्रदम ।।6।।
इति मन्त्रमहार्णवे बृहस्पति स्तोत्र
बृहस्पति स्तोत्र के लाभ
- बृहस्पति स्तोत्र का पाठ बहुत चमत्कारी पाठ है
- बृहस्पति गृह संतान पक्ष के कारक माने जाते है
- कुंडली में बृहस्पति उच्च स्थान पर हो तो बहुत ही शुभ फल मिलते है
- बृहस्पति गृह ख़राब चल रहा हो तो वैवाहिक जीवन में बहुत सी परेशानी का सामना करना पड़ता है
- रोज़ सुबह सूर्य देव को जल देने से भी गुरु गृह ठीक हो जाता है
- बृहस्पति गृह को ठीक करने के लिए बृहस्पति स्तोत्र का पाठ करना चाहिए
- यह गृह रिश्तो और स्वामी पक्ष का भी स्वामी होता है
- अपने बुजुर्गो का सम्मान करना चाहिए
बृहस्पति स्तोत्र की विधि
- बृहस्पति स्तोत्र का पाठ वीरवार के दिन करना चाहिए
- सुबह स्नान करके पीले रंग के वस्त्र पहने
- मंदिर में एक चौकी रखे उस पर पीले रंग का कपडा बिछाये
- बृहस्पति स्तोत्र का पाठ आरम्भ करे
- बृहस्पति कमजोर हो तो व्रत भी रख सकते है
- वीरवार के दिन पीली चीजों का दान करना चाहिए
- पीले रंग की मिठाई खाये
- केले के पेड़ पर जल चढ़ाये
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FAQ’S
<strong>बृहस्पति स्तोत्र का पाठ कब करना चाहिए?</strong>
बृहस्पति स्तोत्र का पाठ वीरवार के दिन करना चाहिए
<strong>बृहस्पति को ठीक करने के लिए किस चीज़ का दान करना चाहिए?</strong>
बृहस्पति को ठीक करने के लिए पीले रंग की चीज़ो का दान करना चाहिए