बटुक भैरव स्तोत्र Batuk Bhairav Stotra
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श्री बटुक-बलि-मन्त्रः Batuk Bhairav Bali Mantra
किन लोगों की बटुक भैरव स्तोत्र का जप करना चाहिए ?
व्यापार में बाधाओं का सामना कर रहे व्यक्तियों, शत्रुता का सामना कर रहे व्यक्तियों, अदालती मामलों का सामना करना आदि समस्याओं के आसान उन्मूलन के लिए बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।
जीवन में आने वाली सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करने के लिए बटुक भैरव की पूजा आराधना को बहुत विशेष मन गया है। बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ करके आप जीवन में हर बाधा को दूर कर सकते है और मनचाह परिणाम हासिल कर सकते है |
भैरव अष्टमी के दिन या किसी भी शनिवार को श्री बटुक भैरव अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र का पाठ करें, तो निश्चित ही आपके सारे कार्य सफल और सार्थक हो जाएंगे, साथ ही आप अपने व्यापार, व्यवसाय और जीवन में आने वाली समस्या, विघ्न, बाधा, शत्रु, अदालती कामों और मुकदमे में सफलता प्राप्त करेंगे |
बटुक भैरव स्तोत्र के लाभ
- बटुक भैरव स्तोत्र के पाठ से निश्चित रूप से आपके सभी कार्य सफल और सार्थक होंगे, और आपको अपने व्यवसाय में समृद्धि मिलेगी, व्यवसाय और जीवन में पूर्ण सफलता, परेशानियाँ दूर होंगी, बाधाएँ मार्ग से हैट जाएँगी , शत्रु पर विजय प्राप्त होगी, अदालत के चक्करों से छुटकारा भी मिलेगा |
- बटुक भैरव के स्तोत्र से व्यक्ति अपने जीवन में सांसारिक बाधाओं को दूर कर सांसारिक लाभ उठा सकता है।
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बटुक भैरव स्तोत्र की विधि
- बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ बुधवार,वीरवार और रविवार इन में से किसी भी दिन कर सकते है
- बटुक भैरव जी की पूजा दक्षिण दिशा की तरफ ही मुँह करके करे
- बटुक भैरव जी की पूजा रात में ही की जाती है
- आसान पर बैठ जाये
- बटुक भैरव जी का ध्यान करके सरसो के तेल का दीपक जलाये
- और बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ आरम्भ करे
FAQ’S
<strong>बटुक भैरव जी का कौन सा दिन है?<br></strong>
बटुक भैरव जी पूजा बुधवार,वीरवार और रविवार इन में से किसी भी दिन कर सकते है
<strong>बटुक भैरव जी का वाहन क्या है?<br></strong>
बटुक भैरव जी का वाहन कुत्ता है